भाजपा के प्रत्याशियों की दूसरी सूची आज आ सकती है

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देहरादून
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची बुधवार को जारी कर सकती है। पार्टी को 11 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करनी है। पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी पहले ही संकेत दे चुके हैं कि दूसरी सूची बुधवार तक आ सकती है। इधर, प्रत्याशियों की दूसरी सूची में विलंब को देखते हुए डोईवाला, कोटद्वार, केदारनाथ, झबरेड़ा, पिरान कलियर, जागेश्वर, रानीखेत, टिहरी, लालकुआं, हल्द्वानी, रुद्रपुर विधानसभा सीट पर टिकट के दावेदार जोर लगाते दिखाई दिए।

त्रिवेंद्र को डोईवाला से उम्मीदवार बनाया जाए
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बेशक पार्टी नेतृत्व से चुनाव लड़ने की अनिच्छा जाहिर कर चुके हों, लेकिन विधानसभा क्षेत्र में उनके समर्थक कार्यकर्ता उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की लगातार पैरवी कर रहे हैं। डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश पार्टी कार्यालय में चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार से मिला। कार्यकर्ताओं ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को डोईवाला से उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अभी तक डोईवाला सीट से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। त्रिवेंद्र सीट पर तीन बार विधायक रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं से कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत स्वयं चुनाव न लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। डोईवाला विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने मोहित उनियाल को प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा अभी तक प्रत्याशी घोषणा नहीं कर पाई है। कांग्रेस ने स्थानीय उम्मीदवार दिया है और इसके बाद भाजपा में भी स्थानीय उम्मीदवार की मांग उठ रही है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ टिकट के दावेदार मंगलवार को भी पार्टी नेताओं से मिले और प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की।

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भाजपा-कांग्रेस के टिकटों पर परिवारवाद की छाया
भाजपा और कांग्रेस के टिकट परिवारवाद की छाया से अछूते नहीं पाए। दोनों ही दलों ने प्रत्याशियों के चयन में परिवारवाद को प्राथमिकता दी। इसके चलते दोनों पार्टियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। परिवारवाद की सख्त विरोधी रही भाजपा ने कैंट विधानसभा सीट पर सविता कपूर को उम्मीदवार बनाया। सविता कपूर कैंट विस सीट पर विधायक रहे स्वर्गीय हरबंस कपूर की पत्नी है। सविता कपूर को प्रत्याशी बनाकर पार्टी ने सहानुभूति का कार्ड तो चला, लेकिन टिकट के दूसरे दावेदार इसे परिवारवाद को प्रश्रय देने की कवायद के तौर पर देख रहे हैं।

भाजपा ने खानपुर विधानसभा सीट पर कुंवर प्रणव चैंपियन का टिकट काटकर उनकी पत्नी कुंवरानी देवयानी को प्रत्याशी बना दिया। चैंपियन की सीट पर बेशक परिवारवाद को लेकर कोई विरोध नहीं है, लेकिन उनका मामला परिवारवाद का विरोध का एक बड़ा आधार बन गया है। पार्टी ने काशीपुर में विधायक हरभजन सिंह चीमा के पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी के इस फैसले का भी स्थानीय दावेदार विरोध कर रहे हैं और टिकट बदलने की मांग उठा रहे हैं।

कांग्रेस में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य को बाजपुर और उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल से उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह पार्टी में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं रावत को लैंसडौन से टिकट दिया है। काशीपुर से पार्टी ने पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा के बेटे नरेंद्र चंद सिंह को उम्मीदवार बनाया है। हल्द्वानी से पूर्व कैबिनेट स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश के सुपुत्र सुमित हृदयेश को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। दोनों ही दलों में परिवारवाद के खिलाफ आवाज उठ रही है।

कैंट सीट पर टिकट बदलने की मांग उठाई
देहरादून कैंट विधानसभा सीट पर टिकट के दावेदारों ने प्रदेश संगठन से घोषित प्रत्याशी सविता कपूर को बदलने की मांग की। मंगलवार को टिकट के दावेदार विश्वास डाबर, जोगेंद्र पुंडीर, विनय गोयल, आदित्य चौहान, सचिन गुप्ता, अंकित अग्रवाल, शारदा गुप्ता, अमिता सिंह प्रदेश पार्टी कार्यालय में प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार से मिले और उनसे प्रत्याशी के नाम पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भाजपा का सिद्धांत है कि परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा। लेकिन पार्टी कैंट सीट पर स्वर्गीय विधायक की पत्नी को टिकट दिया। इससे वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे कई कार्यकर्ताओं को निराशा हाथ लगी है।

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